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यहाँ बन रहा है भारत से बाहर दुनिया का सबसे बड़ा हिन्दू मंदिर, जानिए इससे जुड़ी खास बातें

भारत के बाहर निर्मित दुनिया के सबसे बड़े हिन्दू मंदिर का उद्घाटन 8 अक्टूबर न्यू जर्सी में किया जाना है।
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भारत के बाहर निर्मित दुनिया के सबसे बड़े हिन्दू मंदिर का उद्घाटन 8 अक्टूबर न्यू जर्सी में किया जाना है। रिपोर्ट के मुताबिक इस मंदिर का निर्माण स्क्वायर से 90 किमी दक्षिण में या वाशिंगटन डीसी से लगभग 289 किमी दूर उत्तर में, न्यू जर्सी के छोटे रॉबिन्सविले टाउनशिप में किया जाएगा जो स्वामीनारायण अक्षरधाम मंद‍िर को 12,500 से अधिक की वॉलंटियर्स द्वारा बनाया गया है। ऐसे में आज हम आपको इस हिन्दू मंदिर से जुडी हुई कुछ बाते बता रहे है तो आइए जानते है। 

हिन्दू मंदिर से जुडी कुछ मुख्य बातें 
इस मंद‍िर का निर्माण प्राचीन हिंदू धर्मग्रंथों के अनुसार किया गया है और इसमें 10,000 मूर्तियों और प्रतिमाओं, भारतीय संगीत वाद्ययंत्रों और नृत्य रूपों की नक्काशी सहित प्राचीन भारतीय संस्कृति से जुड़ी हुई डिज़ाइन शामिल है। यह मंदिर संभवतः कंबोडिया में अंगकोरवाट के बाद दूसरा सबसे बड़ा ह‍िंदू मंदिर है। 

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12वीं सदी का  अंगकोर वाट मंदिर परिसर दुनिया का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर है। यह मंद‍िर 500 एकड़ में फैला हुआ है और अब यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है। नई दिल्ली में अक्षरधाम मंदिर, जिसे नवंबर 2005 में जनता के लिए खोला गया था, 100 एकड़ में फैला हुआ है। 

अक्षरधाम मंदिर हिन्दू वास्तुकला का उत्कृष्ट नमूना है यह अद्वितीय हिंदू मंदिर के डिजाइन में एक मुख्य मंदिर, 12 उप-मंदिर, नौ शिखर  और नौ पिरामिड शिखर शामिल हैं। अक्षरधाम में पारंपरिक पत्थर वास्तुकला का अब तक का सबसे बड़ा अण्डाकार गुंबद है। 

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इस मंद‍िर को ऐसे ड‍िजाइन क‍िया गया है क‍ि एक हजार साल तक इसे कुछ नहीं होने वाला है। अक्षरधाम के हर पत्थर की एक कहानी है। ज‍िन चार प्रकार के पत्‍थर को मंद‍िर बनाने के ल‍िए चुना गया है उनमें चूना पत्थर, गुलाबी बलुआ पत्थर, संगमरमर और ग्रेनाइट शामिल हैं, जो अत्यधिक गर्मी और ठंड को सहन कर सकते है। 

इस ह‍िंदू मंद‍िर के निर्माण में लगभग दो मिलियन क्यूबिक फीट पत्थर का उपयोग किया गया और इसे दुनिया भर के विभिन्न स्थलों से लाया गया, जिसमें बुल्गारिया और तुर्की से चूना पत्थर, ग्रीस, तुर्की और इटली से संगमरमर, भारत और चीन से ग्रेनाइट, भारत से बलुआ पत्थर और यूरोप, एशिया, लैटिन अमेरिका से अन्य सजावटी पत्थर मंगाया गया है।