UP के इस लड़के ने किया 35 कंपनियों रिजेक्ट, अब फिर मिली 2 करोड़ सैलरी वाली नौकरी
लगातार असफलता मिलने पर ही सफलता की राह दिखती है असफलता को निराशा में नहीं लेना चाहिए। लेकिन हमें इन पर गौर करते रहना चाहिए।

लगातार असफलता मिलने पर ही सफलता की राह दिखती है असफलता को निराशा में नहीं लेना चाहिए। लेकिन हमें इन पर गौर करते रहना चाहिए। आज हम आपको एक ऐसे ही शख्स के बारे में बता रहे है जिसे 35 बार असफलता मिलने के बाद में एक अच्छी कंपनी में जॉब मिली। आखिरकार उसे अच्छी नौकरी और सैलरी मिली और 1.9 करोड़ रुपये मिला। आज हम आपको बता रहे है, झांसी से ताल्लुक रखने वाले मनु अग्रवाल की, जिन्होंने अपनी लाइफ में जिद और संघर्ष बताता है कि कैसे दृढ़ता और कठिन परिश्रम से आप सफलता के शिकर तक पहुंच सकते है। मनु ने अपने करियर में 10 हजार रूपये से लेकर 1.9 करोड़ रुपये की सैलेरी तक सफर तय किया है।
सरकारी स्कूल में की पढ़ाई
आपको बता दे, मनु अग्रवाल ने सरकारी स्कूल में पढ़ाई की और उन्होंने 12th में अच्छे अंक प्राप्त करने के बाद में BCA किया। इसके बाद में मनु अग्रवाल ने 10,000 रुपये की भुगतान वाली इंटर्नशिप मिली। पढ़ाई के बाद में उन्होंने अलग अलग कंपनियों में आवेदन किए लेकिन मनु को 35 कंपनियों ने रिजेक्ट किया लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी।
कोडिंग में काबिलियत से मिली बड़ी नौकरी
आपको बता दे, मनु अग्रवाल के पास में कोडिंग की बेहतरीन क्षमता थी और इसी वजह से वह माइक्रोसॉफ्ट में इंटर्नशिप करने के लिए पहुंचे थे जहां उन्हें नौकरी के लिए काफी अच्छा ऑफर दिया गया। वॉशिंगटन के सिएटल में माइक्रोसॉफ्ट ने उन्हें 1.9 करोड़ सैलरी का पैकेज दिया गया है लेकिन इस मुकाम तक पहुंचने के बाद में उनकी रूचि बदल गयी और उन्हें कोविड-19 के दौरान भारत लौटने के लिए मजबूर होना पड़ा।
भारत में आकर उन्होंने Google के लिए एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में काम किया लेकिन उसके बाद उन्होंने अपने दोस्त के साथ में मिलकर ट्यूटोर्ट अकादमी शुरू करने का फैसला लिया यह सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग और सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में अपने मास्टर और पाठ्यक्रमों के लिए के जाना जाता है। Tutort अकैडमी डेटा साइंस, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और मशीन लर्निंग, डेटा स्ट्रक्चर और एल्गोरिदम, डीसीए और सिस्टम डिजाइन, और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट जैसे कोर्स कराती है। इन कोर्सेज का लाभ आप भी ले सकते है।