Chanakya Niti : पुरुषों की तुलना में महिलाओं को ये काम करना होता है अधिक पसंद

दुनियाभर में ऐसे बहुत से लोग है जो कौटिल्य की नीति और उनके शब्दों को पढ़ते है इससे प्रेरित होकर कुछ राजनेता और बिजनेसमैन अपने जीवन को सफल बना रहे है आज भी देशभर में कुछ ऐसे लोग है जो चाणक्य की नीति को अपनाते है और राजनीति, व्यापार और धन पर उपयोग करते है। आचार्य चाणक्य का ज्ञान जीवन को सफल बनाने और उन्नति के लिए काफी मददगार है इसे आप किसी भी क्षेत्र में अपना सकते है।
इस राजनीति में आचार्य चाणक्य ने स्त्री के पांच गुणों का वर्णन किया: भूख, लज्जा, अर्थ, लज्जा, साहस और वासना। इसके साथ ही, आचार्य चाणक्य ने अपनी राजतीतिक विज्ञान की किताबो में महिलाओ के कई गुणों का दर्शाया है, जो वे हमेशा याद रखती हैं। उसने किसी को इस बारे में नहीं बताया। चाणक्य ने राजनीति में महिलाओं को पुरुषों के बराबर मानते हैं। आपको बता दे, आचार्य ने अपनी पुस्तक नीतिशास्त्र में चाणक्य ने महिलाओं की इच्छा का उल्लेख किया है। चाणक्य ने स्त्री-पुरुष की तुलना करके अपनी बात कही है। आचार्य के कहना है कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं की भूख दोगुनी होती है।
महिलाओं में चार गुना शर्मिंदगी: आचार्य चाणक्य की चाणक्य नीति के अनुसार, महिलाओं की शर्मिंदगी पुरुषों की तुलना में चार गुना अधिक होती है। वहीं महिलाओं की भूख दोगुनी होती है इस श्लोक के माध्यम से आचार्य ने नारी शक्ति का उल्लेख किया है और आचार्य चाणक्य ने कहा कि महिलाओं को पुरुषों से दोगुनी भूख लगती है। वहीं आज के समय में ज्यादातर महिलाए डाइटिंग करके भूख को कंट्रोल कर सकती है।
पुरुषों की तुलना में अधिक साहसी होती है महिलाएँ
पुरुषों से छह गुना अधिक साहसी महिलाएं हैं। नारी को इसलिए शक्ति की भी प्रतिमूर्ति मानते हैं। पुरुषों की तुलना में महिलाओं में कामेच्छा अधिक होती है, लेकिन चाणक्य ने कहा कि महिलाओं में शर्म और सहनशीलता भी अधिक होती है। इसलिए वे इसका खुलासा नहीं करतीं और अपने संस्कारों की रक्षा करती हैं।