चाणक्य नीति: पति पत्नी की आयु में होना चाहिए ये अंतर…! अगर नहीं है तो कभी नहीं हो सकते दोनों खुश, जानिए क्या है कारण

आचार्य चाणक्य को कौन नहीं जानता और उनकी नीतियां तो आज तक सभी लोग अपनाते हैं। चाणक्य के सूत्र में राजनीतिक और शाहि सीमा ही शामिल नहीं थे। उन्होंने महिला और पुरुष के वैवाहिक जीवन में सभी चिंताओं को दूर करने के लिए कई तरह के रहस्य पूर्ण बातें बताई हैं। जिनको शायद आप लोग अपने जीवन में अगर उतार ले तो किसी तरह की कोई परेशानी ना आए।
शादी एक आदर्श और सामाजिक धार्मिक संबंध होता है विवाह एक आध्यात्मिक अनुभव होता है। रिश्तो को सफल बनाने के लिए चाणक्य ने कई तरह के उपाय बताए हैं
आचार्य चाणक्य के अनुसार एक सफल विवाह वह होता है जिसके अंदर पति पत्नी शारीरिक और मानसिक रूप से संतुष्ट हो। इसके लिए दोनों के बीच में उम्र का अंतर होना भी जरूरी नहीं होता है। पति पत्नी के बीच में अधिक उम्र की समस्या भी परेशानी खड़ी कर सकती है।
एक पुरुष जो शारीरिक रूप से सक्षम होता है। वह अपनी पत्नी की शारीरिक इच्छाओं की पूर्ति आराम से कर देता है। लेकिन अगर पति की उम्र पत्नी से बहुत ज्यादा होती है तो उस स्थिति में वह अपनी पत्नी की किसी भी इच्छा की पूर्ति नहीं कर पाएगा।
अगर दोनों के बीच में आयु का अंतर हो जाता है तो पत्नी की इच्छा पूरी नहीं होगी और वह दूसरे पुरुष की तरफ आसानी से आकर्षित हो जाएगी। जो कि एक पति के लिए जहर के समान होगी।
उम्र के अंतर्गत कुछ भी पति पत्नी में ऐसा मानता होती है यानी कि पति-पत्नी में ज्यादा उम्र का अंतर नहीं होता है तो वह दोनों एक दूसरे की बात को अच्छे से समझ पाएंगे। दोनों एक दूसरे की नजर इसे अपने अपनी चीजों को सही तरीके से ध्यान देंगे और उन दोनों के बीच में झगड़े की भी गुंजाइश नहीं रहेगी। इसलिए पति पत्नी के बीच में ज्यादा उम्र का अंतर होना भी सही नहीं होता है। एक उचित अंतर के बीच में दोनों की शादी हो इससे दोनों एक दूसरे की स्थिति को भलीभांति समझ पाएंगे।
चाणक्य नीति के अनुसार पति और पत्नी दोनों को अपने जीवन साथी का पूरी तरह सम्मान करना चाहिए आपका जीवन साथी आपसे उम्र में छोटा है या बड़ा है लेकिन वह आपके सम्मान का हकदार होता है।