क्या आप पाइल्स की समस्या से परेशान हैं? जानिए यहां घरेलू उपाय बवासीर के..

बवासीर की बीमारी का होना साधारण सी बात हो गई है। वैसे तो यह बीमारी 50 साल के बाद में अक्सर लोगों में होती है। लेकिन आजकल की बदलती हुई जीवनशैली और दिनचर्या को देखते हुए यह समस्या लगभग साधारण सी हो गई है। और हर उम्र के व्यक्ति में आप इस बीमारी को देख सकते हो मुख्य रूप से यह समस्या पाचन क्रिया के कमजोर होने से कब्ज की शिकायत होने से हमारे खानपान की वजह से होती है।
अब पाइल्स की समस्या के बारे में हर किसी से बात करने में लोग कतराते हैं। ऐसे में अगर आप आयत की समस्या से परेशान हैं तो आप घरेलू कुछ ऐसे उपाय हैं। जिनको करके इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। आइए जानते हैं कि कौन-कौन से घरेलू उपाय बवासीर से बचने के लिए होते हैं।
बवासीर होता क्या है?
बवासीर एक ऐसी खतरनाक बीमारी है जो कि मुख्य रूप से मल से पैदा होती है। बवासीर की बीमारी इंसान को बहुत ज्यादा परेशान करती है। मुख्य रूप से यह दो तरह की होती है। पहली अंदरूनी बवासीर दूसरी बाहरी बवासीर।
अंदरूनी बवासीर के अंतर्गत व्यक्ति की अंदर की नस फूल जाती है। जिसको वह केवल महसूस कर सकता है और वह दिखाई नहीं देती है। लेकिन इसमें दर्द भी बहुत होता है।
बाहरी बवासीर गुदे की तरफ से स्पष्ट रूप से दिखाई देने लग जाती है। बवासीर बीमारी में मल के द्वारा त्यागने पर अंदर नसों में सूजन आने लगती है। सूजन के चक्कर में व्यक्ति को खुद के प्रति दिन के काम करना भी भारी हो जाता है, क्योंकि सबसे ज्यादा कष्ट चलने फिरने में होता है।
बवासीर होने के कारण और लक्षण क्या है
बवासीर होने का मुख्य कारण हमारी अनियमित दिनचर्या है जिसकी वजह से हमारे मल त्यागने के स्थान पर बहुत ज्यादा दर्द होने लगता है। क्योंकि हमारे खानपान की वजह से हमारा पाचन सिस्टम बिगड़ जाता है। जिससे कि हम ठीक से मल नहीं त्याग पाते है। अगर आप अपने खाने में ज्यादा तेल मिर्च मसाले वाले खाने को खाने में प्रयोग करते हैं तो आपके मल त्यागने के साथ-साथ मल त्यागने के साथ-साथ आपको खून भी आने लगेंगे।
कई बार देखा गया है कि पानी की कमी की वजह से नीचे की तरफ खुजली होना शुरू हो जाती है। कई बार अनुवांशिकता की वजह से भी यह लक्षण दिखाई देने लग जाते हैं। बवासीर होने पर थकान भूख ना लगना चक्कर आना जैसे लक्षण भी शुरू हो जाते हैं। जैसे ही यह बीमारी लोगों में हो जाती है तो वह डॉक्टर के पास जाने से भी शर्माते हैं क्योंकि यह बीमारी ऐसी है जिसके लिए लोगों को डॉक्टर से बात करते हुए थोड़ा अजीब लगता है। लेकिन आज आपको ऐसे घरेलू उपाय बता रहे हैं जिनसे आप प्रयोग में लेंगे तो डॉक्टर के जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
बवासीर से छुटकारा पाने के घरेलू उपाय
बर्फ
बवासीर से छुटकारा पाने के लिए बर्फ बहुत ही बेहतरीन उपाय हैं बर्फ से खून कम आता है। इसके अलावा नस में सूजन भी नहीं होता है दर्द में राहत मिलता है। बर्फ को किसी कपड़े में लपेटकर 10 मिनट तक उसी स्थान पर रख लें। जहां पर आपको बवासीर की समस्या है। आप दिन में एक या दो बार सिकाई करेंगे तो आपको इससे आराम मिलेगा।
नींबू का रस का उपाय
नींबू का रस हर बीमारी का इलाज होता है। नींबू के रस में बहुत सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं। जो कि इस बीमारी का समाधान करने में भी फायदेमंद होते हैं। नींबू के रस में कोटन डालकर पाइल्स वाली जगह पर लगाएं। आपको थोड़ी जलन होगी लेकिन राहत जरूर मिलेगी। इसके अलावा आप एक कप गर्म दूध में नींबू का रस डालकर तुरंत पी ले। अगर आप ऐसा 3 घंटे में बार-बार करेंगे तो आपको आराम मिलेगा।
एलोवेरा का उपाय
एलोवेरा जेल को आप मसाज के रूप में पाइल्स वाली जगह पर इस्तेमाल कर सकते हैं। एलोवेरा की पत्ती को काटकर फ्रीजर में रख दे दवे ठंडी हो जाए तो आप उसको नीचे की तरफ लगाएं और वहां की सिकाई करें। आपको बहुत आराम मिलेगा। एलोवेरा से खुजली और जलन की समस्या कम होती है यह एक प्राकृतिक उपाय हैं।
ऑलिव ऑयल का उपाय
ऑलिव ऑयल के अंदर एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा पाई जाती है। यह मुख्य रूप से बाहरी बवासीर को सही करने में मदद करती है जो आपकी नसों में सूजन आ गई है। उसको सही करने में मदद करती है। ऑलिव ऑयल के प्रयोग से ब्लड का संचालन भी सही तरीके से होता है। आप अगर एक चम्मच ऑलिव ऑयल प्रतिदिन खाते हैं। तो आप को इस समस्या से थोड़ा फायदा मिलेगा।
बदाम के तेल का उपाय
बाहरी बवासीर को सही करने का सबसे अच्छा उपाय बादाम का तेल का उपाय होता है। बदाम के तेल के अंदर कोटन को भिगोकर बवासीर वाले स्थान पर रखिए। यह ऑयल आपकी स्किन को मोशुराइजर कर देगा। इससे आपकी त्वचा में नीचे की तरफ खुजली और खिंचाव की समस्या नहीं होगी और आपको आराम मिलेगा।
जीरा
आप भुना हुआ जीरा गुनगुने पानी में डालकर दिन में तीन बार पी ले। अगर आप चाहे तो लस्सी के अंदर भी जीरा मिलाकर पी सकते हैं। इससे भी आपको बहुत फायदा मिलेगा इससे आपके खून की नसों में सूजन कम होगी।
जामुन की गुठली
आंबे जामुन की गुठली को सुखाकर पीसकर बारीक चूर्ण बना लें और इसका प्रयोग पानी के साथ करें आपको बवासीर में बहुत आराम दिलाएगी।
किशमिष
आपको एक मुट्ठी किशमिश रात को पानी में भिगोकर रखनी है। सुबह के समय में किशमिश को मसल कर खा ले। यह प्रयोग आपको सुबह खाली पेट करना होगा। अगर यह प्रयोग आप प्रतिदिन करते हैं तो आपको इससे बहुत आराम मिलेगा।
इसके अलावा आप उस ताजा फलों का जूस पी इस बीमारी से छुटकारा पाने के लिए पी सकते हैं। जितना हो सके आप भरपूर मात्रा में पानी पी ले। फाइबर युक्त खाने को अधिक खाएं। ताजी रेशेदार सब्जियां बनाएं और खाए।