पितृपक्ष में इन वस्तुओं को खरीद कर लाने से घर में बढ़ती है धन संपत्ति, पितर हो जाएंगे खुश

29 सितंबर से पितृपक्ष की शुरुआत होने जा रही है। पितृ पक्ष की 16 तिथि होती है जिसमें से लोग इन 16 तिथि में किसी भी प्रकार का कोई सामान नहीं खरीदते हैं क्योंकि इन तिथि को अशुभ बताया जाता है। लेकिन अगर शास्त्रों के अनुसार देखा जाए तो केवल नए कपड़े लाने की मनाई होती है बाकी सब कुछ खरीद कर लाया जा सकता है। लेकिन जो लोग पितृ पक्ष को अशुभ मानते हैं उनकी जानकारी के लिए बता दे कि अगर आप इन चीजों को खरीदते हैं तो आपके घर में सुख समृद्धि आती है और धन संपदा बढ़ती है।
इसी के साथ बड़ों का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है और हमारे पित्र देव भी खुश हो जाते हैं। इन वस्तुओं को खरीदने से किसी भी प्रकार का कोई दोष नहीं लगता है तो आईये आपको बताते हैं कि किन वस्तुओं को खरीदने से धन संपत्ति में बढ़ोतरी होती है।
नए वस्त्र खरीदें
पितृ पक्ष के दिनों में अगर हम खुद के लिए कपड़े खरीदते हैं तो उसकी मनाही होती है लेकिन यह विधान है कि नए वस्त्र खरीदने चाहिए अपने लिए नहीं बल्कि पितरों के लिए क्योंकि नए वस्त्र का दान करने से पित्र देव तृप्त हो जाते हैं। हम नए वस्त्र खरीद कर पितरों को ध्यान करके किसी भी ब्राह्मण को दान कर सकते हैं। इससे पितृ खुश हो जाते हैं और हमें आशीर्वाद भी देते हैं इससे हमारे जीवन में सुख शांति आती है।
चमेली का तेल खरीदे
शास्त्रों के अनुसार यह कहा जाता है कि चमेली का तेल पितरों को अर्पित करना चाहिए। इससे पितरों को तृप्ति मिलती है। अगर आप पितृ पक्ष में चमेली का तेल खरीदते हैं तो उसे पितरों को दान करना चाहिए। इससे जीवन में खुशहाली बनी रहती है।
सफेद फूल खरीदे
अगर आप पितरों को तर्पण देने का विचार कर रहे हैं तो इसके लिए सफेद फूल का इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि सफेद फूल पितरों को अत्यधिक प्रिय होते हैं। सफेद फूल शांति और सादगी का प्रतीक भी माना जाता है। पितरों को खुश करने के लिए और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए सफेद फूल चढ़ाने चाहिए।
चावल खरीदे
पितृपक्ष में चावल खरीदने चाहिए क्योंकि श्राद्ध में कच्चे चावल का अत्यधिक प्रयोग किया जाता है। चावल को चांदी के सामान भी माना जाता है। इसके लिए पितरों का ध्यान करके कच्चे चावल का दान करना चाहिए इससे सुख समृद्धि होती है।
जौ खरीदे
पृथ्वी पर सबसे पहले अन्न की उत्पत्ति हुई उसमें सबसे पहला नाम जौ का आता है। धार्मिक दृष्टि से इसे सोना भी माना जाता है। पितृ पक्ष के समय जौ खरीदना भी चाहिए और उसका दान भी करना चाहिए इससे धन में वृद्धि होती है।