भगवान शिव की कृपा पाने के लिए सोमवार को आप शिव के शक्तिशाली मंत्र का करे जाप…! भगाए रोग कष्ट और परेशानी दूर

भगवान शिव को सोमवार का दिन समर्पित है। भगवान शिव की पूजा अर्चना करने के लिए वैसे तो कोई भी दिन ऐसा सुनिश्चित नहीं है लेकिन फिर भी सोमवार का दिन भोलेनाथ के लिए ही पूजा पाठ के लिए खास होता है। भगवान भोलेनाथ की सोमवार के दिन पूजा-अर्चना लोग बड़े भाव से करते हैं।
ऐसा कहा जाता है कि भगवान शिव भोले भंडारी हैं और वह तरह-तरह की सभी इससे और भक्तों से बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। सभी लोग उनकी पूजा इसीलिए करते हैं ताकि भगवान शिव की कृपा उनको मिलती रहे ऐसे में कुछ शक्तिशाली मंत्र का हमारे धार्मिक ग्रंथों में वर्णन किया गया है। जिनसे आप अपने घर के कोई भी रोग कष्ट और परेशानी को दूर कर सकते हैं। आइए जानते हैं कौन कौन से वह शक्तिशाली मंत्र बताए गए हैं।
शिव नमस्कार मंत्र
शम्भवाय च मयोभवाय च नमः शंकराय च मयस्कराय च नमः शिवाय च शिवतराय च।।
ईशानः सर्वविध्यानामीश्वरः सर्वभूतानां ब्रम्हाधिपतिमहिर्बम्हणोधपतिर्बम्हा शिवो मे अस्तु सदाशिवोम।।
शिव नामावली मंत्र
।। श्री शिवाय नम:।।
।। श्री शंकराय नम:।।
।। श्री महेश्वराय नम:।।
।। श्री सांबसदाशिवाय नम:।।
।। श्री रुद्राय नम:।।
।। ओम पार्वतीपतये नम:।।
।। ओम नमो नीलकण्ठाय नम:।।
महामृत्युंजय मंत्र
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
शिव गायत्री मंत्र
।। ओम तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्र: प्रचोदयात ।।
लघु महामृत्युंजय मंत्र
ॐ हौं जूं सः
शिव मंत्र से मिलने वाले लाभ
सोमवार के दिन भगवान शिव के इन सभी मंत्रों का जाप करने से आपके घर में किसी तरह का आर्थिक संकट नहीं आएगा इसके अलावा आपके घर में रोग दोष सभी संकट समाप्त हो जाएंगे इन सभी मंत्रों का जाप करने से घर में कालसर्प दोष राहु केतु की दशा पित्र दोष शनि की पीड़ा तक से आपको मुक्ति दिलाने वाले यह मंत्र है जिन लोगों के लिए महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना बहुत मुश्किल होता है वह लोग लघु महा मृत्यु जय मंत्र का जाप कर सकते हैं इससे उनके असाध्य रोग से मुक्ति मिलेगी इन मंत्रों का उच्चारण करने से काम क्रोध घृणा मोह लोग सब खत्म हो जाते हैं यह सभी मंत्र व्यक्ति के जीवन में साहस और उत्साह पैदा करते हैं।
भगवान शिव के इन सभी मंत्र के जाप से शरीर से संबंधित सभी तरह के विकार भी खत्म हो जाते हैं ऐसा भी माना जाता है कि इन मंत्रों से आत्मीय और मानसिक शांति के साथ में मनीष चिंता का भाव मिलता है यह सभी मंत्र सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ाने वाले मंत्र है।