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देश की पहली अंडरवाटर मेट्रो ट्रेन बनकर हुआ तैयार, आप ले सकते हैं पानी के अंदर मेट्रो ट्रैन की मजा

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देश की पहली अंडरवाटर मेट्रो ट्रेन बनकर हुआ तैयार, आप ले सकते हैं पानी के अंदर मेट्रो ट्रैन की मजा

आपने कभी देखा है कि हमारे देश में भी ट्रेन पानी के अंदर से गुजरती है। शायद इस बारे में बहुत कम लोगों को जानकारी है तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कोलकाता में अब मेट्रो ट्रेन पानी के अंदर से गुजरने वाली है। पूरा मामला आपको बता देना चाहते हैं कि कोलकाता में मेट्रो के ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर का काम हुगली नदी के पानी के अंदर से अब पूरा हो गया है। वहां पर सुरंग बनाकर इस काम को कंप्लीट किया है। सुरंग बनाने के लिए मेट्रो ट्रेन का रास्ता बनाने हेतु 120 करोड रुपए की लागत का खर्चा आया है।

 भारत की पहली ऐसी सुरंग होगी जो नदी के बीचो-बीच से बनी है और इसमें यात्री पानी के अंदर से गुजरने का बहुत सुंदर अनुभव महसूस करेंगे। ऐसी भारत की पहली पानी वाली मेट्रो ट्रेन सुरंग का निर्माण हो रहा है

इस सुरंग को पार करने के लिए लगभग 45 से 50 सेकंड का समय लगेगा। सुरंग की लंबाई 520 मीटर की रहने वाली है। इस सुरंग को लंदन पेरिस कोरिडोर की तर्ज पर तैयार किया है हैरान कर देने वाली बात यह है कि सुरंग को जमीन से 33 मीटर और नदी की तलहटी में 13 मीटर नीचे से तैयार किया जा रहा है। सुरंग पश्चिम में पूर्वी हावड़ा मैदान को आईटी केंद्र साल्ट लेक सेक्टर 5 को भी जोड़ने का काम करेगी।

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यह सुरंग मुख्य रूप से कोलकाता के ईस्ट वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर का महत्वपूर्ण हिस्सा है। 520 मीटर लंबी सुरंग का काम लगभग पूरा हो चुका है। अब केवल एस्प्लेनेड और सियालदह के बीच में लगभग 2 पॉइंट 5 किलोमीटर सुरंग का निर्माण और बाकी रह गया है। जो कि पूरा दिसंबर तक हो जाएगा उम्मीद यह बताई जा रही है कि इस साल 2023 में यह कॉरिडोर ट्रेन सुरंग वाली चल जाएंगी।

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क्या होने वाला है फायदा?

रिपोर्ट की माने तो कोलकाता मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के महाप्रबंधक ने बताया कोलकाता मेट्रो के ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर के लिए सुरंग का काम करना बहुत जरूरी था। यह बहुत महत्वपूर्ण काम है क्योंकि घनी आबादी और टेक्निकल समस्याओं की वजह से नदी के बीचो-बीच रास्ता निकालना बहुत जरूरी था। भारत का पहला ऐसा पानी वाला सुरंग बनने वाला है। जिसके लिए सभी लोग बहुत उत्साहित है

उन्होंने साथ में यह भी बताया कि इस रूट के निर्माण की वजह से लोगों के आवाजाई में समय की बचत होने वाली है। पहले हावड़ा और सियालदह के बीच जाने के लिए लगभग 1 से 2 घंटे का समय लगता था। जो अब मेट्रो निर्माण की वजह से मात्र 40 मिनट में पूरा किया जाएगा। इसके अलावा दोनों जगह भीड़ कम करने के लिए सुरंग बहुत लाभकारी साबित होने वाले हैं। भविष्य के सभी खतरों को देखते हुए सुरंग मे पानी के प्रेशर और उसके प्रभाव को देखते हुए कई तरह के सुरक्षा के पूरे इंतजाम भी सुरंग में किए हैं। ताकि किसी तरह की भविष्य में कोई परेशानी ना हो।