क्या आप भी प्रतिदिन बादाम खाते हैं? तो संभल जाए, जान भी जासकता है

हम सभी जानते हैं कि बादाम सुपर हेल्दी होते हैं। बच्चों के रूप में हमारे माता-पिता हमें स्कूल से पहले मुट्ठी भर देते थे और अब हम उन्हें अपने स्नैक बॉक्स में पैक करते हैं। हम दिन भर चबाते रहते हैं, कभी-कभी हमारे मुंह में कड़वा भी आ जाता हैं। मीठे और कड़वे बादाम दोनों में साइनाइड होता है लेकिन बाद वाले में अधिक मात्रा में होता है।
बादाम को सेहत के लिए काफी फायदेमंद बताया जाता है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, बादाम का सेवन ब्लड शुगर (Blood Sugar) से लेकर कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) और हृदय संबंधित बीमारियों (Heart Disease) में बेहद लाभदायक है।
बादाम प्रोटीन और फाइबर के समृद्ध स्रोत हैं, लेकिन इसके अलावा बादाम में कम मात्रा में सायनाइड भी होता है। साइनाइड, अगर थोड़ा-थोड़ा करके खाया जाए, तो हमारे लिए जहरीला हो सकता है।
इसे खाने से यह विष हाइड्रोजन साइनाइड सहित कई यौगिकों में टूट जाता है, जो मृत्यु का कारण बन सकता है। एक अध्ययन से पता चलता है कि 6-10 कच्चे कड़वे बादाम खाने से किसी व्यस्क के शरीर में गंभीर विषाक्तता हो सकती है, जबकि 50 या उससे अधिक का सेवन मृत्यु का कारण बन सकता है।
उनमें Amygdalin का लेवल अधिक होता है। जैसे ही इस तरह के बादाम को खाया जाता है तो यह बॉडी में टूटकर सायनाइड में तब्दील हो सकता है। इसे खाने से जान भी जा सकती है। यदि गलती से कड़वा बादाम खा लिया है तो उसे तुरंत थूक देना चाहिए।
साइनाइड क्या करता है? साइनाइड हमारे ऑक्सीजन मार्ग को अवरुद्ध करने से शुरू होता है। इसका मतलब है कि हमारी कोशिकाओं तक ऑक्सीजन पहुंचना बंद हो जाता है और धीरे-धीरे हमारी कोशिकाएं खराब होने लगती हैं।
हमारे शरीर में साइनाइड के काम करने के विभिन्न चरण होते हैं। यदि हमारे शरीर ने कम मात्रा में साइनाइड का सेवन किया है, तो व्यक्ति को चक्कर आना, जी मिचलाना, सांस फूलना और तेज़ दिल की धड़कन का अनुभव हो सकता है। यदि यह साइनाइड बड़ी मात्रा में है, तो इससे निम्न रक्तचाप, श्वसन विफलता और यहां तक कि मृत्यु जैसे गंभीर परिणाम हो सकते हैं। अगर आपको कड़वे बादाम खाने के बाद उपरोक्त लक्षण महसूस हों तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।