क्या आप भी बनना चाहते हैं मालामाल? आज भी कम पैसे और कम मेहनत में शुरू करें इसकी खेती

गर्मी हो या सर्दी फल और सब्जियां भरपूर मात्रा में खाने के लिए सबको चाहिए होती हैं। ऐसे में किसान भाइयों के पास मांग बढ़ जाती है लेकिन कम किसान होने की वजह से बाजार में पूर्ति नहीं हो पाती है। आज हम आपको एक ऐसे फल की खेती के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमें कम मेहनत और कम सिंचाई में आप अच्छे खासे दामों पर अपनी फसल को बेचकर पैसा कमा सकते हैं।
वैसे तो हमारे देश में कई अलग-अलग प्रकार के फल और सब्जियां तथा अनाज उगाए जाते हैं और उनमें से कुछ किसानों को बहुत ज्यादा फायदा होता है। लेकिन कुछ किसान अधिक फायदे में अपनी फसल नहीं भेज पाते हैं ऐसे में वे अपने खेत में बागबानी लगा लेते हैं जिससे वे अलग से पैसा कमा लेते हैं। अगर आप भी अपने खेतों में कुछ ऐसा नया और बेहतरीन करने की सोच रहे हैं, तो आज हम आपके लिए एक ऐसा बिजनेस आइडिया लेकर आए हैं। जिसमें कम मेहनत में अधिक फायदा कमा कर आप भी कमाल का मुनाफा हासिल कर सकते हैं।
जी हां आज हम आपको अपनी इस पोस्ट के जरिए अनानास यानि पाइनएप्पल की खेती के बारे में बताएंगे।
क्यों है अनानास की खेती फायदेमंद?
अंग्रेजी में पाइनएप्पल के नाम से तथा हिंदी में अनानास के नाम से जाने जाने वाले इस पल में कई सारे गुण होते हैं। इस फल को खाने से भूख बढ़ जाती है और पेट से जुड़ी कई समस्याओं को दूर करने में बहुत ज्यादा सहायता मिलती है। यह एक ऐसा फ्रूट है जो बाजार में काफी अच्छे दामों पर बिक जाता है जिससे कम समय में लोग अच्छा पैसा कमा लेते हैं। बात रही अनानास की खेती की तो आपको बता दें की अनानास की खेती में ज्यादा समय नहीं लगता है कम समय में अधिक मुनाफा कमाने के लिए आप भी अनानास की बागवानी अपने घर में कर सकते हैं।
कब की जाती है अनानास की खेती?
गर्मियों के मौसम में अनानास बहुत ज्यादा खाया जाता है ऐसे में मई जून और जुलाई के दौरान इस फल को उगाने का काम किया जाता है। विशेषज्ञों की मानें तो मई से जुलाई तक का समय अनानास के उत्पादन के लिए सबसे ज्यादा उपयुक्त माना गया है। अनानास कैक्टस प्रजाति का एक सदाबहार फल है जो खाने में बेहद स्वादिष्ट और लगाने में बेहद आसान होता है। एक आंकड़ों के अनुसार हमारे देश में लगभग 93000 हेक्टर में केवल अनानास उगाने के लिए खेती की जाती है। अनानास की खेती के दौरान प्रत्येक साल 14.96 लाख की पैदावार होती है और प्रत्येक राज्य में अनानास की बिक्री होती है।
अनानास की पैदावार में कितना लगता है टाइम??
वैसे तो गर्मियों के फलों में अनानास का नाम गिना जाता है परंतु इसकी खेती वर्ष के 12 महीने मतलब लगातार की जाती है। केरल राज्य की बात करें तो वहां के किसान 12 महीने अनानास की खेती करते हैं क्योंकि अनानास के पौधों को अन्य पौधों की तुलना में कम मेहनत यानी कम सिंचाई की आवश्यकता होती है। लेकिन अनाज के उत्पादन में लगभग 18 से 20 महीने का समय लग जाता है। पहले फलों के बीज को बोया जाता है फिर सिंचाई होती है और उसके बाद पकने में 18 से 20 महीने का समय लग जाता है। यह फल पकने के बाद लाल और पीले रंग का दिखाई देता है तब इसे तोड़ने का काम किया जाता है। पाइनएप्पल एक ठोस और कठोर फल है जिसका रखरखाव भी बेहद आसान है।
किन राज्यों में होती है अनानास की खेती?
वैसे तो भारत के अधिकतर क्षेत्रों में अनानास की खेती की जाती है। परंतु मुख्य रूप से असम, आंध्र प्रदेश, मिजोरम, त्रिपुरा केरल और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में अनानास की खेती प्रत्येक वर्ष बड़े पैमाने पर की जाती है। इन राज्यों में उगाए जाने वाले अनानास प्रत्येक वर्ष दुनिया भर में पहुंचाए जाते हैं। फिलहाल उत्तर प्रदेश बिहार और मध्य प्रदेश के अधिकतम किसान अनानास की खेती की ओर अपने कदम बढ़ा रहे हैं।
इन फलों से होती है कितनी कमाई?
भले ही अनानास की खेती और सिंचाई आसान हो लेकिन यह पक कर तैयार होने में काफी लंबा समय ले लेता है ऐसे में काफी लंबे समय के इंतजार के बाद किसानों को अपनी मेहनत का फल मिलता है यानी अनानास। अनानास की मांग हर राज्य के बाजार में है। लेकिन भारत में उगने वाला अनानास केवल भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी बड़े पैमाने पर निर्यात किया जाता है। केवल अनानास फल के तौर पर ही नहीं बल्कि इसका प्रोसेस फूड बनाकर कई बाजारों में बेचा जाता है। बाजार में अनानास की कीमत लगभग 150 रुपए से लेकर ₹200 प्रति किलो रहती है। ऐसे में अगर आप मान लीजिए अनानास की खेती शुरू करते हैं तो एक प्रति हेक्टेयर के हिसाब से 30 टन का अनानास आप उगा सकते हैं तो समझ लीजिए बहुत जल्दी आप लखपति बन सकते हैं।