क्या आपके घर में भी हैं तुलसी माता? तो हो जाएं सावधान, इन बातों का रखें ध्यान, नहीं तो तरसेंगे एक-एक पैसे के लिए

आपको हर घर में तुलसी का पौधा जरूर मिल जायेगा, क्योंकि हिंदू ग्रंथों के अनुसार तुलसी के पौधे को तुलसी माता माना जाता है, ये भी कहते हैं कि तुलसी माता जिस घर में होती हैं उस घर में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहती है। इसलिए तुलसी के पौधे की बहुत देखभाल करनी पड़ती है क्योंकि अगर तुलसी का पौधा मुरझाने लगे तो समस्याएं पनपने लगती हैं।

हम आपको बताएंगे तुलसी के कुछ ऐसे उपाय जिन्हें ध्यान में रखना बहुत जरूरी है,अगर आपके घर में भी ही तुलसी का पौधा तो आपको ये बातें ध्यान में रखनी अति आवश्यक हैं।
यहां ना रखें तुलसी का पौधा
तुलसी के पौधे को माता का दर्जा दिया गया ही तो तुलसी के पौधे को मान्यतानुसार घर के मुख्य द्वार पर नहीं रखना चाहिए. मुख्य द्वार पर तुलसी के पौधे को रखने पर माना जाता है कि मां लक्ष्मी रूठ जाती हैं। इसलिए आपको ये ध्यान रखना चाहिए की कभी भी तुलसी के पौधे को मुख्य द्वार पर नहीं रखना चाहिए।
इन पौधों के साथ नहीं रखना चाहिए
तुलसी के पौधे के साथ या आस-पास कभी भी बेलपत्र का पौधा नहीं लगाना चाहिए. अगर आपके घर में पहले से तुलसी और बेल का पौधा घर में लगा है तो तुरंत अलग कर देना बहुत जरूरी है । माना जाता है कि तुलसी और बेलपत्र के पौधे को एकसाथ रखना अशुभ होता है इससे जीवन में समस्यांयें पनपने लगती हैं। इसके अलावा भी अगर कैक्टस या किसी भी कांटेदार पौधे हैं तो उनको भी दूर रखना चाहिए।
किस दिशा में रखें
वास्तु शास्त्र के अनुसार तुलसी के पौधे को हमेशा घर की उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा में लगाना चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि इसी दिशा में देवी-देवताओं का वास होता है। भूल से भी तुलसी का पौधा घर की दक्षिण दिशा में नहीं रखना चाहिए। क्योंकि यह दिशा पितरों की होती हैं और यदि आप यहां तुलसी का पौधा रखती हैं, तो आपको भारी आर्थिक नुकसान हो सकता है। आपके घर की खुशहाली चली जायेगी इसलिए आपको बहुत ध्यान देना चाहिए। आप घर की बालकनी, खिड़की या छत पर तुलसी का पौधा रख सकती हैं। मगर ऊपर बताई गई दिशा का ध्यान जरूर रखें।
किस दिन नही छूना चाहिए पौधे को
तुलसी के पौधे का सूखना धार्मिक मान्यताओं के आधार पर बेहद अशुभ माना जाता है. कहते हैं तुलसी के सूख जाने पर घर में परेशानियों आना शुरू हो जाती हैं। ऐसे में नियमित रूप से तुलसी के पौधे में जल चढ़ाना अति आवश्यक होता है। साथ ही आप नियमित तुलसी की पूजा कर सकती हैं, मगर संध्या के समय तुलसी को छूना वर्जित है। इसके अलावा आपके एकादशी, रविवार, चंद्र और सूर्य ग्रहण के दिन भी तुलसी को हाथ नहीं लगाना चाहए। रविवार के दिन तो तुलसी को जल अर्पित करना भी बहुत बड़ा अपशगुन माना जाता है।