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दिल्ली के कश्मीरी गेट का नाम ही क्यों पड़ा 'कश्मीरी गेट' ? क्या आप जानते हैं इसके रहस्य को..

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दिल्ली के कश्मीरी गेट का नाम ही क्यों पड़ा 'कश्मीरी गेट' ? क्या आप जानते हैं इसके रहस्य को..

दिल्ली भारत की राजधानी है और यह पर्यटन के सबसे बहुत ही प्रसिद्ध जगह भी मानी जाती है। यहां पर प्राचीन कुतुब मीनार, इंडिया गेट, लाल किला जैसी पर्यटन के लिए प्रसिद्ध इमारते मौजूद है। इन सभी जगह पर लाखों लोग घूमने के लिए यहां प्रतिवर्ष आते हैं। इसके अलावा भी दिल्ली में और भी बहुत सी ऐसी जगह है जो अपने नाम को लेकर हमेशा चर्चा में बनी रहती है।

 यहां खाने-पीने से लेकर प्रसिद्ध इमारत मंदिर आदि बहुत प्रसिद्ध जगह है। दिल्ली में अपने नाम को लेकर जो चर्चा में बनी रहती है। उनमें से एक जगह कश्मीरी गेट है। कश्मीरी गेट दिल्ली का एक बहुत बड़ा बस स्टैंड और मेट्रो स्टेशन बनाया गया है।

 आप कश्मीरी गेट कभी ना कभी तो जरूर गए होंगे। अगर नहीं गए तो जरूर आपके दिमाग में आया होगा कि आखिर इस जगह का नाम कश्मीरी गेट क्यों रखा था।  कश्मीर से कोई दरवाजा लगाया। जिससे यहां का नाम कश्मीरी गेट पड़ा अब इसके पीछे की क्या कहानी है आइए जानते हैं।

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क्यों रखा गया कश्मीरी गेट नाम

कश्मीरी गेट का नाम आखिर कश्मीरी गेट क्यों हुआ इसके पीछे के बारे में हर किसी को जानकारी नहीं है लेकिन आप जानते हैं कि कोरा वेबसाइट पर आप एकदम सटीक इंफॉर्मेशन देखते हैं वहां पर एक यूजर ने कश्मीरी गेट के नाम के पीछे की कहानी को शेयर किया है। उन्होंने कश्मीरी गेट के पूरे इतिहास के बारे में यहां बताया है इसके अलावा मंजू सिंह नाम के एक युजर ने बताया कि यह पूरा इलाका पुरानी दिल्ली में आता है। इसको शहानाबाद भी कहते हैं। कश्मीरी गेट दिल्ली मैं स्थित एक बड़ा गेट में यह ऐतिहासिक दीवारों वाले शहर दिल्ली का उत्तरी द्वार कहा जाता है। मुगल सम्राट शाहजहां ने इस गेट का नाम कश्मीरी गेट इसलिए रखा क्योंकि यहां से एक सड़क को शुरू किया गया था जो कि कश्मीर तक जाती थी। इसीलिए इस जगह का नाम कश्मीरी गेट पड़ गया। यह कहानी कश्मीरी गेट के नाम रखने की बताई गई है मुख्य रूप से इसका इतिहास मुगल काल से जुड़ा हुआ है इसीलिए इसका नाम कश्मीरी गेट पड़ा।

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स्वतंत्रता सेनानी अंग्रेजों युद्ध की कहानी

मुगल काल खत्म होने के बाद में जब भारत पर अंग्रेजों का राज हो गया था तब इस गेट को इंजीनियर रॉबर्ट्स कितने 1835 में वापस से पुनर्निर्माण करवाया था। इस वजह से इस गेट का नाम कश्मीरी गेट पड़ गया। इस गेट से बीच में होकर जो सड़क जाती थी वह कश्मीर की तरफ जाती थी। इस गेट के आसपास ही स्वतंत्रता सेनानी और अंग्रेजों के बीच में भी कई बार युद्ध लड़ा गया है।

पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास में कश्मीरी गेट मौजूद है। इसके आसपास का पूरा एरिया कश्मीरी गेट कहलाता है। कश्मीरी गेट के आसपास का सबसे बड़ा व्यस्त बाजार भी है। जहां लोग शॉपिंग करने के लिए दूर-दूर से आते हैं उसके बाद में अंग्रेजों ने इस गेट का निर्माण बाहर से होने वाले आक्रमण को रोकने के वापस से करवाया था।

सबसे व्यस्ततम इलाका

दिल्ली का कश्मीरी गेट इलाका सबसे व्यस्ततम इलाकों में से एक माना जाता है। इसका कारण है कि यहां पर एक तो हर जगह की बस सेवा कनेक्टिविटी के लिए इंटरनेशनल बस अड्डा बनाया गया है। यहां से आप भारत के किसी भी राज्य में जाने के लिए बस पकड़ सकते हैं। इसके अलावा यह मेट्रो लाइन का बड़ा रेलवे स्टेशन भी है। यहां पर आप यलो लाइन, रेड लाइन, ब्लू लाइन सब तरह की मेट्रो पकड़ सकते हैं।

इसके अलावा दिल्ली के चुनाव आयोग का ऑफिस भी यहां पर मौजूद है। पुराने कॉलेज स्कूल भी आपको यहां देखने को मिल जाएंगे। इस व्यस्ततम इलाके की वजह से इन सभी को यहां से शिफ्ट किया जा रहा है। लेकिन आप पुरानी दिल्ली कश्मीरी गेट इलाके पर एक बार देख लेंगे या फिर आप किसी भी कारण से वहां जाते हैं तो आपको खुद नजर आ जाएगा यह इलाका कितना व्यस्ततम एरिया है।