Dnyan

शिव की कृपा पाने के लिए इस सावन में पढ़ रहे हैं 8 सोमवार, भोलेनाथ की भक्ति करने के अचूक उपाय

 | 
शिव की कृपा पाने के लिए इस सावन में पढ़ रहे हैं 8 सोमवार, भोलेनाथ की भक्ति करने के अचूक उपाय

भगवान की पूजा के लिए कोई निश्चित समय नहीं होता है भगवान भोलेनाथ देवों के देव महादेव है उनकी पूजा का कोई हमें क्रम निश्चित नहीं है भगवान भोलेनाथ को 24 घंटे में सप्ताह के 7 दिन 12 महीने कभी भी आप मन से भाव के साथ पूजा करते हैं उसको भगवान स्वीकार कर लेते हैं वैसे मान्यता है की भगवान शिव को श्रावण मास ज्यादा अधिक प्रिय है । साल भर सभी भक्तों को श्रावण मास का बड़ी बेसब्री से इंतजार होता है क्योंकि लोग श्रावण मास के महीने में भोलेनाथ की पूजा अर्चना कुछ ज्यादा करते हैं और भगवान की भक्ति करके वह प्रभु की कृपा भी अपने ऊपर पाना चाहते हैं साल 2023 में सावन का महीना दो बार पढ़ रहा है यानी कि इस साल आपको लगातार दो महीने तक सावन मास में भगवान शिव की पूजा करने का मौका मिल रहा है इस बार श्रावण मास 29 दिन का नहीं बल्कि 60 दिन का पढ़ने वाला है उस हिसाब से सावन के सोमवार यहां पर 8 होने वाले हैं

अब जरूर आपके मन में सवाल आ रहा होगा कि इस साल दो सावन मास के महीने क्यों हो रहे हैं तो आपको बता दें कि धार्मिक मान्यता के अनुसार ज्योतिष शास्त्र में विक्रम संवत 2080 में 12 महीनों की जगह 1 महीना एक्स्ट्रा बढ़ गया है जिसको अधिक मास का महीना कहा जाता है हिंदू पंचांग के अनुसार यह अधिक मास का महीना हर 3 साल में एक बार आता है इसी वजह से इस महीने का पूजा पाठ और धार्मिक अनुष्ठान के लिए बहुत विशेष महत्व रहता है क्योंकि यह महीना इस बार श्रावण के महीने में पढ़ रहा है तो इस बार सभी शिव भक्तों के लिए बहुत ही सुनहरा मौका है भगवान शिव की भक्ति और कृपा पाने के लिए आप इस श्रावण मास 2023 में डबल भक्ति 2 महीने तक कर पाएंगे

WhatsApp Group (Join Now) Join Now

 भगवान शिव की कृपा पाने के लिए आप भोलेनाथ के कुछ विशेष उपाय करके उनकी कृपा पा सकते हैं अगर आप भगवान शिव की विशेष तरह से पूजा करेंगे तो भोलेनाथ की कृपा हमेशा आपके और आपके परिवार के ऊपर बनी रहेगी आपके घर परिवार में प्रसन्नता का माहौल बना रहेगा लेकिन आपको श्रावण के महीने में कुछ विशेष तरह से उपाय करने होंगे जो कि आपके घर के लिए और आपके लिए बहुत ही शुभ होंगे अब वह क्या उपाय हैं आइए जानते हैं...

Telegram Group (Join Now) Join Now

अधिक मास का महीना

आपको बता देना चाहते हैं कि यह अधिक मास का महीना क्यों पड़ता है वैसे इस बार रावण का महीना ही अधिक मास का महीना है यहां वैदिक पंचांग के अनुसार सूर्य और चंद्रमा की गणना के आधार पर यह महीना पड़ता है चंद्रमा 354 दिन का और 4 माह 665 दिन का होता है प्रतिवर्ष 11 दिन का अंतर पड़ जाता है जो कि यह 11 दिन का अंतर 3 साल में पूरा होकर एक महीना एक्स्ट्रा बना देता है कुल मिलाकर 3 साल में 33 दिन बन जाते हैं जब यह 33 दिन पढ़ते हैं तो उसी को ही अधिक मास का महीना कहा जाता है अधिक मास के महीने को पुरुषोत्तम मास भी कहते हैं भगवान की पूजा पाठ भक्ति करने का यह महीना बहुत शुभ माना जाता है लोग दान पुण्य धर्म और अन्य धार्मिक कार्य बड़ी भक्ति भाव के साथ में करते हैं क्योंकि इस बार श्रावण का महीना अधिक मास का महीना पड़ रहा है तो इस बार लोगों को भगवान शिव की भक्ति और उपाय करने का सही मौका मिलने वाला है

इसलिए बढ़ता है 3 साल में 1 महीना

श्रावण का महीना 59 दिन का

2023 में श्रावण के महीने की शुरूआत 4 जुलाई से होने वाली है यह श्रावण का महीना 31 अगस्त को जाकर खत्म होगा कुल मिलाकर इस बार श्रावण का महीना 59 दिनों तक पडने वाला है सावन के महीने में जो अधिक मास का महीना है उसको लेकर बड़ा कंफ्यूजन हो रहा होगा तो आपको बता देते हैं कि सावन के महीने में जो अधिक मास का महीना है वह 18 जुलाई से लेकर 16 अगस्त तक चलेगा और यह भगवान शिव की पूजा के लिए बहुत विशेष रहने वाला है बाकी शुरुआत में 4 जुलाई से रावण का महीना सामान्य श्रावण के महीने की तरह होने वाला है।

इस बार सावन के सोमवार भी 8:00 होंगे सावन के महीने में और भी अधिक व्रत और त्योहार आते हैं उनमें से मुख्य रूप से रक्षाबंधन हरियाली तीज नाग पंचमी जैसे त्यौहार भी होते हैं मुख्य रूप से यह सभी 10 से 15 अगस्त के आसपास पढ़ने वाले हैं सावन के महीने में इस साल मणिकांचन योग के अवसर बन रहे हैं जो कि हमारे हिंदू धर्म में बहुत शुभ होते हैं इस साल सावन का पहला सोमवार 10 जुलाई को पड़ने वाला है। यानी कि आप भगवान शिव की सोमवार के दिन भक्ति पहली बार 10 जुलाई को कर पाएंगे।

 श्रावण के महीने में करने वाले उपाय

सावन के महीने में अगर आप रुद्राभिषेक करते हैं तो इससे भगवान शिव की विशेष कृपा आप पर बनी रहेगी। ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव जो भी व्यक्ति भक्ति भाव के साथ में उनकी पूजा करता है उसकी सभी मनोकामना को पूरा करते हैं इसीलिए तो भगवान शिव को भोले नाथ भोले भंडारी अलग-अलग तरह के नामों से संबोधित किया जाता है भगवान शिव अपने भक्तों के मन के भाव को देखकर ही प्रसन्न हो जाते हैं अगर कोई भी भक्त उनका किसी भी भाव को लेकर अगर मंदिर जाता है तो उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी कर देते हैं कहते हैं भगवान शिव चोर को भी राजा बना देते हैं और ऐसा सच में भोलेनाथ ने किया भी है जैसी जिस भक्तों की मनोकामना होती है उसको उसी भाव से पूरा कर देते हैं।

भगवान शिव की भक्ति करने के लिए आप श्रावण के महीने में सोमवार के दिन, प्रदोष के दिन, शिवरात्रि के दिन भगवान शिव की विशेष रूप से पूजा अर्चना अभिषेक करेंगे तो आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी।

इस बार चतुर्मास होगा 5 महीने का

सावन के महीने दो पढ़ने की वजह से इस बार चतुर्मास के महीने में वृद्धि हो गई है चतुर्मास का महीना इस बार 5 महीने का होने वाला है चतुर्मास की शुरुआत 29 जून से लेकर 23 नवंबर तक होने वाली है चतुर्मास के दौरान कोई भी शुभ कार्य जैसे विभाग है प्रवेश जैसे मांगलिक कार्यों के लिए लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ेगा चतुर्मास के दौरान शुभ मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं।