Success Story : पिता ने कपड़े बेचकर बेटी को कराई UPSC की तैयारी, SDM बनकर गांव का नाम किया रौशन

UPSC Success Story: हर माता पिता अपने बच्चों के उज्जवल भविष्य के बारे मे सोचते हैं, कि उनका बच्चा पढ़ एक अच्छा व्यक्ति बने और उसका उज्जवल भविष्य हो, आज हम इस पोस्ट के माध्यम से आपको ऐसे ही एक पिता की स्टोरी बताएंगे जिसने अपनी बेटी की यूपीएस की तैयारी के लिए बैंक से लोन तक ले लिया थाl
दोस्तों यह कहानी है हरियाणा की बेटी मनी अरोड़ा की जिसने अपने पिता की उम्मीद पर खरा उतरने के लिए पहले सरकारी नौकरी हासिल की, और उसके बाद यूपीएससी(UPSC)की परीक्षा क्रैक कर कभी का सर गौरव से ऊंचा कर दिया, और बन गई सबके लिए एक आदर्श लड़की
SDM मनी अरोड़ा एक अधिकारी है, जिन्हें कुछ समय पहले ही मुरादाबाद के अपर नगर मे majistrate बनाया गया हैl हालांकि इससे पहले वह मुरादाबाद शहर में एसडीएम(SDM) के पद पर थी, mani arora एक काफी लोकप्रिय अधकारी हैं, इतना ही नहीं मानी अरोड़ा की सोशल मीडिया पर भी बहुत फैन फॉलोइंग हैl
मनी अरोड़ा हरियाणा जिले के यमुना जिले से आती हैl
मनी अरोड़ा के पिता एक छोटी सी कपड़ों की दुकान चाहते हैंl मनी अरोड़ा ने एक इंटरव्यू में बताया है कि जब उन्होंने 2011 में यूपीएससी की टॉपर सेना अग्रवाल का फोटो अखबार में देखा था, तभी से उन्होंने सोच लिया था कि वह यूपीएससी छोड़ एक सरकारी अफसर बनेगी
मनी अरोड़ा के माता-पिता बताते हैं कि वह बचपन से ही पढ़ाई लिखाई में बेहद होशियार थीl इतना ही नहीं एमएससी मैं उन्होंने अपनी यूनिवर्सिटी में दूसरा स्थान प्राप्त किया थाl जिसे देख उनके माता-पिता बहुत खुश हुए थे, मनी की इसी मेहनत को देखकर ही उनके पिता ने यह फैसला लिया कि वह अपनी बेटी को सिविल सर्विसेज की तैयारी करेंगे, जिसके लिए मनी के पिता ने पर्सनल लोन भी लिया था
मनी अरोड़ा ने बताया कि उन्होंनें यूपीएससी (UPSC)की परीक्षा को तीन बार अटेंप्ट किया था, क्योंकि पहली और दूसरी बार मे वह अच्छी रैंक से बिल्कुल भी खुश नहीं हुई थी, लेकिन तीसरी बार में 2017 में मनी अरोड़ा ने ऑल इंडिया रैंक 360 की रैंक हासिल की थी और उसके बाद ही मानी अरोड़ा का सिलेक्शन आईआरएएस (IRAS) अधिकारी के रूप में हुआ था
मनी ने इसी दौरान यूपीपीसीएस का भी एग्जाम दिया थाl जिसमें मनी नें 24 वी रैंक हासिल की थी l उसके बाद ही मनी का सिलेक्शन डिप्टी कलेक्टर हुआ था, इसके बाद मनी ने आईआरएएस(IRAS) की नौकरी छोड़ दी, और मनी ने कलेक्टर बनने का निर्णय लिया