कैसे कर्मचारी के खाते में आया 81500 रुपए का EPFO ब्याज? आइए जानते हैं नई ब्याजदर गणना

Interest of 81500- मोदी सरकार ने कर्मचारियों को दी एक बहुत ही बड़ी सौगात कर्मचारी जानकर हो जाएंगे बहुत खुश, होंगी अब कर्मचारियों की भी मौज lकर्मचारी भविष्य निधि संगठन शुरू होने से पहले ही मोदी सरकार ने सब्सक्राइबर्स को नया वित्त वर्ष का तोहफा पहले ही दे दिया हैl
मोदी सरकार ने मंगलवार को किया बड़ा ऐलान जिसमें उन्होंने कर्मचारियों के लिए ईपीएफओ ब्याज दरों को बढ़ा दिया है मोदी सरकार ने कर्मचारियों की ब्याज दर 8.10 से बढ़ाकर 8.15 फीसदी कर दी है l इसका एक बड़ा फायदा यह हुआ है कि अब पीएफ खाते में ज्यादा ब्याज मिलेगा l इतना ही नहीं इससे पहले भी मोदी सरकार ने कर्मचारियों के उज्जवल भविष्य के लिए डीए ने 4 फीसदी दी की बढ़ोतरी का भी तोहफा दिया था l
Employees’ Provident Fund Organisation (कर्मचारी भविष्य निधि संगठन)
कर्मचारियों के लिए एक खुशी की बात यह भी है कि 2024 में आम चुनाव होने वाले हैं,उससे पहले ही मोदी सरकार ने लोगों के लिए तोफो का ढेर लगा दिया है l पहले मोदी सरकार ने डीए में कर्मचारियों को चार फ़ीसदी की बढ़ोतरी दी उसके बाद उन्होंने पीएफ पर ब्याज दर बढ़ाने का फैसला लिया l आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 2021-22 मैं भी पीएफ का ब्याज दर 8.5 हिंदी से घटकर 8.1 फ़ीसदी कर दिया था l जो कि अब तक की 40 सालों में सबसे कम ब्याज दर थी l इतना ही नहीं 1977 -78 मैं तो ब्याज दर 8 प्रतिशत ही थी l
आज हम आपको बताएंगे ब्याज बढ़ने का पूरा कारण और गणित!
देखा जाए तो ब्याज दरों में ये बढ़ोतरी कोई ज्यादा बढ़ोतरी नहीं हैl इसमें बस बढ़ोतरी 0.05 की की गई है, लेकिन इस बढ़ोतरी से देश के 6.5 करोड़ पीएफ खाताधारकों को एक बहुत बड़ी राहत मिल जाएगी l अगर हम बात करें कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के गणित की बात करें तो कर्मचारी हर महीने अपनी कमाई का और महंगाई भत्ते का 12 फीसदी भी सरकार को देता हैl
तो आइए डालते हैं एक नजर पीएफ ब्याज दरों पर
अगर हम ब्याज दरों पर नजर डालें तो 2005 से 2010 तक यह ब्याज दर 8.50 फीसदी थी l उसके बाद यह ब्याज दर 2010 -11 मे 9.50 फीसदी हो गईl 2012 -13 मे 8.50 फीसदी और उसके बाद 2013-14 मैं ब्याज दर 15.8.75%थी l इसी प्रकार हर वर्ष ब्याज दरों की फीस दिन में कुछ ना कुछ बदलाव आते रहेl