Chanakya Niti: अगर खुद को हमेशा रखना है स्वस्थ तो रोजाना करें इन 4 चीजों का सेवन, आस-पास भी नहीं भटकेगी बीमारियां

मनुष्य की सफलता के लिए उसका स्वस्थ रहना सबसे ज्यादा जरूरी होता हैं। आचार्य चाणक्य कहते हैं कि सबसे बड़ा सुख निरोगी काया हैं। व्यक्ति जीवन में जितना स्वस्थ रहेगा सफलता उतनी ही उसके कदम चूमेगी। रोग कामयाबी की राह में रोड़ा है। चाणक्य कहते हैं कि सेहत से कभी खिलवाड़ नहीं करना चाहिए।

सेहतमंद इंसान अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में जल्दी कामयाब होता है, लेकिन अगर स्वास्थ के प्रति जरा भी लापरवाही की तो वह व्यक्ति चाहकर भी अपनी मंजिल तक नहीं पहुंच पाता है। सेहत को लेकर चाणक्य ने अपने विचार बताये हैं, मनुष्य को किन-किन चीजों का सेवन करना चाहिए, तो आइए इसके बारे में जानते हैं।
1. जड़ी बूटियों का सेवन
आचार्य चाणक्य ने अपने नीतिशास्त्र में प्राकृतिक औषधियों को सर्वश्रेष्ठ माना है। इसमें वह गिलोय के सेवन को बीमारी से बचने के लिए औऱ संक्रमण से दूर रहने के लिए रामबांण कहते हैं। ऐसे में स्वस्थ रहने के लिए प्रतिदिन गिलोय का सेवन अवश्य करें।
2. भोजन और पानी का नियम
आचार्य चाणक्य के अनुसार भोजन न पचने पर पिया गया पानी औषधी के समान होता है। खाना खाने के 1 से 2 घंटे बाद पानी पीना सेहत के लिए फायदेमंद होता है। चाणक्य कहते हैं भोजन के बीच में थोड़ा सा पानी पीना अमृत के समान है। जबकि खाना खाने के तुरंत बाद पानी पीना जहर के समान है।
3. दूध का सेवन
दूध सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। दूध अनाज से भी 10 गुना ज्यादा शक्तिशाली होता है। रोज नियमित रूप से दूध पीना सेहत के लिए बहुत ही अच्छा होता है। दूध पीने से हमारी हड्डियां भी मजबूत रहती हैं।
4. घी का सेवन
कहा जाता है कि घी में दूध से भी ज्यादा ताकत होती है। हमें अपने भोजन में नियमित रूप से घी का इस्तेमाल करना चाहिए। घी के नियमित सेवन से हम कई तरह की बीमारियों से बच सकते हैं।