अगर आप अपनी सोई हुई किस्मत को जगाना चाहते हैं..! तो शनिवार के दिन करें ये अचूक उपाय

सप्ताह के सातों दिन किसी ना किसी देवी देवता को समर्पित होते हैं। सोमवार भगवान शिव की पूजा आराधना के लिए होता है। मंगलवार बजरंगबली की आराधना के लिए होता है। इसी तरह से शनिवार का दिन भगवान शनिदेव की पूजा अर्चना के लिए समर्पित होता है। शनि देव न्याय के देवता कहलाते हैं। किसी भी व्यक्ति पर शनि देव की बुरी दृष्टि पड़ गई है तो उस व्यक्ति को बहुत से बुरे कष्ट का सामना करना पड़ता है या यूं कहे कि इंसान के जीवन की तरक्की ही रुक जाती है इससे बचने के लिए शनिदेव की आराधना करना बहुत जरूरी है। तब जाकर आप इन सभी चीजों से बच सकते हैं।
शनिदेव की कृपा व्यक्ति के जीवन में सफलता और तरक्की लाकर खड़ी कर देती है। शनिदेव की बुरी नजर आपके जीवन को ख़राब कर सकती है। शनि देव की कृपा पाना थोड़ा मुश्किल होता है। बहुत से लोग शनिदेव की महादशा से भी परेशान हो जाते हैं। ऐसे में अगर आप शनिदेव के कुछ उपाय करते हैं उनसे आपको पूरा लाभ मिलेगा। और शनिदेव की विशेष कृपा भी आप पर बनी रहेगी। और कौन-कौन से उपाय शनिवार के दिन करने चाहिए, जिनसे आपको लाभ मिलेगा आइए जानते हैं।
शनिदेव को प्रसन्न करने के उपाय
1.जो भी व्यक्ति शनिवार के दिन अगर पीपल की पूजा सूर्योदय के बाद में करता है और वहां पर जल समर्पित करने के बाद में तेल का दिया भी चलाता है। इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं या यूं कहे कि शनिदेव की उस पर कृपा मिलनी शुरू हो जाती है।
2. शनिवार के दिन किसी भी काले कुत्ते की सेवा करना बहुत शुभ होता है इसे शनिदेव प्रसन्न होते हैं। शनिवार के दिन आप काले कुत्ते को धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सरसों के तेल की बढ़ी हुई रोटी अगर खिलाते हैं। उससे आपकी घर की सभी समस्याएं दूर होती है। शनिवार की रात को घर के अंदर लोबान की धुआ देनी चाहिए। जिससे आपके घर की नेगेटिविटी निकल जाती है और आपके जीवन को भी वह बेहतर बनाने में मदद करती है।
3. शनिवार के दिन सूर्यास्त के बाद में किसी भी शनि मंदिर में जाकर अगर आप सरसों का तेल जलाते हैं तो उसमें काला तिल डालना ना भूले। ऐसा अगर आप प्रत्येक शनिवार को करते हैं तो इससे आपसे शनिदेव बड़े प्रसन्न होते हैं।
4.शनिदेव की पूर्ण कृपा पाने के लिए और अपने कुंडली में साढ़ेसाती का प्रभाव कम करना चाहते हैं तो आपको शनिदेव के मंत्रों का पाठ और शनि चालीसा का पाठ जरूर करना होगा। तब जाकर आपको इनसे छुटकारा मिल पाएगा।
5. शनिदेव की कृपा पाने के लिए और अपनी कुंडली से शनि का दोष खत्म करने के लिए हनुमान जी की पूजा का भी विशेष महत्व है। कहते हैं हनुमान जी की पूजा करने से शनिदेव अति प्रसन्न होते हैं इसीलिए आप अगर चाहे तो शनिवार के दिन सुंदरकांड का पाठ करते हैं तो इससे भी शनिदेव की कृपा आप पर बनी रहेगी और जो भी आपकी कुंडली के दोष है वह भी समाप्त हो जाएंगे।