बहुत कम लोग जानते हैं मुगल बादशाह अकबर की सच्ची मोहब्बत कौन थी? जानकर नहीं होगा यकीन

मुगलकालीन बादशाह अकबर बहुत ही होनहार शासक के रूप में जाने जाते हैं। यहां अगर मुगल साम्राज्य के अन्य राजाओं की बात करें तो उन्हें सबसे पहले नाम हुमायूं अकबर शाहजहां जहांगीर इन सभी का आता है लेकिन सबसे अच्छा शासन काल अकबर का रहा है। अकबर मोहब्बत के बारे में विशाल दी जाती है मोहम्मद अकबर मोहब्बत का वर्णन अलग-अलग तरह की किताबों में इनकी रानियों के बारे में वर्णन किया गया है।
ऐसा बताया जाता है कि इनके हरम में यानी कि इनके महल में लगभग 5000 से भी अधिक रानियां रहती थी। मुगलकालीन बादशाह अकबर के रानियां तो बहुत ही लेकिन उनको सबसे अच्छी रानी कौन सी लगती थी यानी कि उनकी मोहब्बत कौन रही होगी क्या आपको इस बारे में जानकारी है।
अकबर के हरम में महिलाओं का एक अलग ही तरह का रसूल हुआ करता था। अकबर ने कई मस्जिद मकबरा मदरसों और अन्य कई बेहतरीन सार्वजनिक इमारतों का निर्माण करवाया। इतिहासकारों की अगर मानें तो अकबर के ज्यादातर रानियां रखैल हुआ करती थी। अकबर की कुल 300 रानियां थी जिनमें से अधिकतर रानियां केवल राजनीतिक संबंध की वजह से ही बनी थी। वैसे अकबर और महारानी जोधा प्रेम कहानी के बारे में भी बहुत सुनने को मिला है। इसके अलावा अन्य कई और रानियां थी जैसे मोहम्मद अकबर बहुत अधिक प्रेम किया करते थे और इनका वर्णन इतिहास के पन्नों में भी लिखा हुआ है
बेल्जियम के एक लेखक ने तो अकबर के ऊपर एक किताब भी लिख दी। उसमें उनके ऊपर कई तरह के तार्किक तथ्य भी लिखे हैं। प्रसिद्ध इतिहासकार कॉलियर बताते हैं कि अकबर बाकी सभी जो भी मुगल बादशाह थे उन सभी से बिल्कुल अलग था इनकी तबीयत बिल्कुल रूहानी नहीं थी।
कालिया ने बताया कि अकबर अधिकतर रानियों के साथ सोया करते थे उनके सभी रानियों के साथ संबंध थे लेकिन किसी भी रानी से उनको सच्चा प्यार नहीं मिला जिसके वह हकदार थे।
ऐतिहासिक डॉक्यूमेंट के आधार पर बैरम खान की बेगम सलीमा सुल्तान बेगम अकबर सच्चा प्यार किया करते थे। अकबर ने बैरम खान की हत्या के बाद में इनकी बेगम से ही निकाह कर लिया। और यह रानी उनकी पसंद की रानी थी।
उन दिनों बेगम सलीमा सुल्तान का ज्यादा बोलबाला था। ऐसा कहा जाता है कि अकबर उन दिनों में अपनी मां से ज्यादा सलीमा बेगम की सुना करता था। बाकी उनको सभी की बात कही नहीं लगती थी इसीलिए इतिहासकारों के अनुसार सलीमा बेगम अकबर की सच्ची मोहब्बत थी।