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दिल्ली एनसीआर में जमीनों के रेट आसमान छू रहे! जानिए प्रति वर्ग मीटर में कितना हुंआ इजाफा

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दिल्ली एनसीआर में जमीनों के रेट आसमान छू रहे! जानिए प्रति वर्ग मीटर में कितना हुंआ इजाफा

नोएडा में आशियाना खरीदने और बनाने का सपना महंगा हो गया है. नोएडा प्राधिकरण ने बोर्ड बैठक में आवासीय भूखंडों, समूह आवास और संस्थागत उपयोग की संपत्तियों की आवंटन दरों में छह से 10 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की है। इससे लोग उद्योग के साथ आवास पर अधिक पैसा खर्च करेंगे। प्राधिकरण ने 2022 में आवंटन दरों में 10 से 15 फीसदी की बढ़ोतरी भी की थी. इस साल भी दरें 10 फीसदी तक बढ़ी हैं । नोएडा प्राधिकरण बोर्ड की बैठक में हुआ फैसला

नोएडा प्राधिकरण के बोर्ड रूम में 23 अप्रैल को अवस्थापना और औद्योगिक विकास आयुक्त और नोएडा प्राधिकरण के चेयरमैन मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में बोर्ड बैठक हुई. इस दौरान 19 प्रस्ताव रखे गए. बोर्ड बैठक के दौरान ई-श्रेणी के आवासीय सेक्टरों के सबसे अधिक दस फीसदी का इजाफा किया गया है. ए-प्लस श्रेणी की दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है.

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ऐसे भूखंडों में छह फीसदी की बढ़ोतरी की गई-

जबकि A , B , C और D श्रेणी के सेक्टरों में प्लॉट की दरों में छह फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। आवासीय भवनों यानी फ्लैट और व्यावसायिक संपत्तियों की दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। हाल के महीनों में प्राधिकरण को औद्योगिक भूखंडों की नीलामी में ऊंची दरें मिली थीं। औद्योगिक क्षेत्र के फेज वन, फेज टू और फेज थ्री की दरों में छह फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। संस्थागत संपत्ति क्षेत्र में, चरण एक, चरण दो और चरण तीन में स्थित आईटी-आईटीईएस और डेटा सेंटर उपयोग संपत्तियों में भी छह प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

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Delhi NCR की जमीनों में भारी उछाल क्यों ?

एक रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली-एनसीआर में आवास की कीमतें पिछली 11 तिमाहियों में लगातार बढ़ी हैं। द्वारका एक्सप्रेसवे क्षेत्र में आवास की कीमतों में 59 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जिसका मुख्य कारण केंद्रीय परिधीय सड़क का खुलना और द्वारका एक्सप्रेसवे को NH-8 से जोड़ने वाला लूप था। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस बीच, गुरुग्राम में गोल्फ कोर्स रोड की कीमतों में साल-दर-साल 42 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई। रिपोर्ट के अनुसार, "गोल्फ कोर्स रोड माइक्रो मार्केट में संशोधित कीमतें अब इस क्षेत्र में सबसे अधिक संपत्ति मूल्यों के लिए जिम्मेदार हैं, जो दिल्ली माइक्रो मार्केट की आवास कीमतों को पार कर गई हैं, जो अब तक सबसे ज्यादा थी।"