Dnyan

पुरानी पेंशन योजना में RBI ने लाया बड़ा अपडेट, जानिए कब शुरू होगी वृद्धावस्था पेंशन योजना

भारतीय रिजर्व बैंक ने पुरानी पेंशन व्यवस्था को शुरू करने के लिए कुछ राज्यों में अलग ही व्यवस्था को लागू किया है सेंट्रल बैंक ने बताया कि राज्यों के स्तर पर राजकोष की स्थिति देखते हुए बड़ा जोखिम दिखाई दे रहा है
 | 
RBI

भारतीय रिजर्व बैंक ने पुरानी पेंशन व्यवस्था को शुरू करने के लिए कुछ राज्यों में अलग ही व्यवस्था को लागू किया है सेंट्रल बैंक ने बताया कि राज्यों के स्तर पर राजकोष की स्थिति देखते हुए बड़ा जोखिम दिखाई दे रहा है आने वाले सालों के लिए यह बड़ी समस्या बन जाएगी इसके लिए पैसे की सही व्यवस्था होना जरूरी है। यह भविष्य के लिए भी खतरा बन सकता है।

आरबीआई ओल्ड पेंशन योजना 2022-23 के बजट में बताया गया कि राज्यों में 2022-23 की पेंशन में 16% की वृद्धि कर दी जाएगी। पिछले साल यह 399,813 करोड रुपए थी जो कि अब 22 -23 के बजट में बढ़ाकर 463436 करोड रुपए कर दी है। आरबीआई ने बताया कि वित्त वर्ष 22 को खत्म करके 12 साल के लिए पेंशन वाले व्यक्तियों के चक्रवर्ती ब्याज में भी वृद्धि हुई है। जो की सभी राज्यों की सरकारों के लिए 34% तक बढ़ा दी।

WhatsApp Group (Join Now) Join Now

आरबीआई ने दी इन राज्यों को चेतावनी 

राष्ट्रीय पेंशन योजना को खत्म करने के लिए कई राज्य ओल्ड पेंशन योजना को  वापस लाने की मांग कर रहे हैं। राज्यों के इस तरह से कतार में शामिल होने की वजह से आरबीआई ने इनको कड़ी चेतावनी भी दे दी। पुरानी पेंशन व्यवस्था को सुचारू रूप से वापस लाने की दौड़ में राजस्थान, पंजाब, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्र देश, झारखंड राज्य शामिल है। इन सभी राज्यों में पुराने काम करने वाले सरकारी कर्मचारियों के साथ इकट्ठा धन पेंशनर्स को भी दिया जाना सुविधाजनक बताया है।

Telegram Group (Join Now) Join Now

वृद्धावस्था पेंशन योजना के तहत रिटायरमेंट होने के बाद में कर्मचारियों को उनकी तनख्वाह का 50% हिस्सा पेंशन के रूप में दिया जाता है। जो कि वृद्धावस्था पेंशन योजना के तहत आर्थिक रूप से अस्थिर माना गया है। अब समस्या यहां यह आ रही है कि सभी राज्य सरकारों के पास में इतना धन नहीं है कि वह इनको दे सके। इसके अलावा वृद्धावस्था पेंशन योजना का लाभ इन लोगों को देने के लिए इतना पुराना जमा हुआ धन भी इकट्ठा आरबीआई के पास नहीं है।

यहां सबसे महत्वपूर्ण बात यह रही है कि यह सारा राजकीय कोष का धन हमेशा राजनीतिक करने वाले लोगों के लिए काम में आया है और उनके लिए आकर्षण का केंद्र भी रहा है

पुरानी पेंशन योजना

पुरानी पेंशन योजना 2004 में कर्मचारियों के रिटायरमेंट के बाद में एक निश्चित राशि के रूप में पेंशन दे दिया जाता था। रिटायरमेंट होने के बाद वह पेंशन उनके वेतन पर आधारित हुआ करता था। जब रिटायरमेंट हुए कर्मचारियों की मौत हो जाती थी तो उसके परिवार जनों को पेंशन की पूरी राशि मिल जाती थी। इस योजना को 1 अप्रैल 2004 को बंद कर दिया गया और इसको नया नाम राष्ट्रीय पेंशन योजना दे दिया।

राष्ट्रीय पेंशन योजना

भारत सरकार ने 1 जनवरी 2004 से सरकारी सेवा में जो नए कर्मचारी शामिल हुए हैं उनका रिटायरमेंट फंड का ऑफर दिया है नई पेंशन योजना के तहत सरकारी कर्मचारी पेंशन पाने के लिए अपनी बेसिक सैलरी के साथ द में से 10 परसेंट का हिस्सा और उनके नियुक्त 14% का हिस्सा का योगदान करेंगे।