केंद्र सरकार दे रही है देशभर की 18 जातियों को इस योजना के तहत एक लाख रूपये का लाभ

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने 73वे जन्मदिन के अवसर पर विश्वकर्मा पूजा के साथ साथ देश के निवासियों को विश्वकर्मा कौशल समान योजना की सौगात दी है। यह वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट सत्र के दौरान केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना का ऐलान किया था। योजना में 13000 करोड़ रुपये खर्च किए जाने का प्रावधान है। विश्वकर्मा योजना की लॉन्चिंग के मौके पर देश के चुने गए 70 स्थानों पर 70 मंत्री मौजूद रहे। मुजफ्फरपुर के LS कॉलेज में आयोजित किए गए कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस और नेता प्रतिपक्ष हरि सहनी ने योजना को लांच किया है।
किसे मिलेगा इसका लाभ
केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस का कहना है कि 18 तरह के व्यवसाय से जुड़े 18 जातियों को इसका लाभ मिलने वाला है।
कारपेंटर इन्हें लकड़ी के कार्यों और कलाकृतियों के लिए लोन दिया जाएगा। जिससे ये अपना व्यवसाय बढ़ा सकेंगे। सभी को तीन लाख रुपये तक लोन ले सकते है।
नाव बनाने वाले- नाव बनाने वालों को भी केंद्र सरकार की इस योजना का लाभ मिलेगा। इन्हें नाव बनाने का कारखाना लगाने के लिए आर्थिक सहायता दी जाएगी।
अस्त्र बनाने वाले- वहीं अलग अलग तरह के औजार बनाने वालों को भी लोन दिया जाएगा। इस योजना का लाभ बाकि अन्य जातियों को भी दिया जाना है।
ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को मिलेगा फायदा
आपको बता दे, प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना पर वित्त वर्ष 2023-24 से 2027-28 तक 13,000 करोड़ रुपए खर्च किए जाने है वहीं इस योजना को देश के करीब 30 लाख से अधिक लोगों को फायदा मिलने वाला है इस योजना के पहले चरण में कामगारों को 5 % ब्याज की दर से एक लाख रूपये तक का लोन दिया जाना है वहीं अगले चरण में यह रकम 2 लाख रूपये हो जाएगी। इसके अंतर्गत लोगों को कारीगरों और शिल्पकारों को ट्रेनिंग भी मिलेगी।