भारतीय इतिहास की पांच वो खूबसूरत रानियां! जिनके लिए तरसते थे मुगल और अंग्रेज सम्राट।

अंग्रेजों के जमाने में और उससे पहले मुगल साम्राज्य के समय में हमारे देश में ऐसी बहुत ही खूबसूरत रानियों के बारे में बताया गया है। जिनकी खूबसूरती का बखान शायद हम अपने शब्दों में करें उतना कम है। यहां अगर आप दक्षिण से लेकर पश्चिम तक हर जगह खूबसूरती के बारे में बताएं तो इन रानियों का क्या ही कहना…! यह जितनी खूबसूरत थी उतनी ही ज्यादा होनहार रानियां थी। इन रानियों के लिए तो मुगल सम्राट और अंग्रेज भी तरस जाते थे।
हमारे भारतीय इतिहास में कई रानियों का तो ऐसा भी उल्लेख बताया गया है कि जहां मुगले इतने इन रानियों से प्रभावित हो गए थे। वह उनको अपने साथ रखने की भी बहुत कोशिश करते रहे। लेकिन रानियां इतनी स्वाभिमानी थी। उन्होंने अपने आप को कभी भी इन जैसे लोगों के हवाले नहीं होने दिया। अपने प्राणों की बलि लगा दी। लेकिन वह कभी भी इन लोगों के चंगुल में नहीं फंसे भारतीय इतिहास की ऐसी पांच बुक खूबसूरत रानियों के बारे में हम बताने वाले हैं जिनके लिए गूगल और अंग्रेज तरसते रह गए थे।
रानी संयोजिता
रानी संयोगिता की खूबसूरती देखने लायक थी रानी संयोगिता था। कन्नौज के राजा जयचंद की बेटी की संयोगिता बहुत ही खूबसूरत और होनहार रानी थी संयोजकता की खूबसूरती का वर्णन आप चंद्र भाई के पृथ्वीराज रासो में भी देख सकते हो वहां पर इनकी खूबसूरती का वर्णन बहुत बारीकी से किया गया है।
पृथ्वीराज रासो में बताया गया है कि यह अपने जन्म से पहले स्वर्ग की रानी अप्सरा थी क्योंकि खूबसूरती में अक्षरा का मुकाबला शायद ही कोई कर सकता है लेकिन यह उनकी तरह ही थी संयोगिता की खूबसूरती के चर्चे संपूर्ण भारतवर्ष में थे। संयोगिता की शादी दिल्ली के सम्राट महाराणा प्रताप के साथ में हुई थी।
रजिया सुल्तान
रजिया सुल्तान शमसुद्दीन इल्तुतमिश की बेटी की जो कि बहुत ही काबिल और होनहार लड़की थी। इसके अलावा दिल्ली की सल्तनत पर राज करने वाली यह एकमात्र खूबसूरत रानी थी। रजिया सुल्तान की खूबसूरती के चर्चे चारों दिशाओं में फैले हुए थे।
रजिया सुल्तान ने मुगलों के द्वारा बनाई गई पर्दा प्रथा को भी तोड़ दिया था। क्योंकि रजिया सुल्तान खुद मुस्लिम शासक होने के बाद पुरुषों की तरह रहती थी रजिया सुल्तान को अपने खुद के गुलाम जमात उल उद्दीन याकूत से प्यार हो गया था।
महारानी लक्ष्मी बाई
महारानी लक्ष्मी बाई के बारे में तो शायद ही कोई ऐसा इंसान होगा जो नहीं जानता होगा आज भी उनकी बहादुरी के चर्चे शायद ही कोई बुलाए भूल सकता है इसके अलावा महारानी लक्ष्मीबाई खूबसूरती में भी बहुत ही होनहार थी उनकी सुंदरता भी देखने लायक थी अंग्रेज तो महारानी लक्ष्मीबाई की खूबसूरती के दीवाने थे।
भारत के तत्कालीन वायसराय लॉर्ड कैनिंग ने अपने डाक्यूमेंट्स में भी रानी लक्ष्मीबाई का जिक्र किया है और उनकी खूबसूरती का वहां वर्णन किया है। उन्हीं डाक्यूमेंट्स के आधार पर क्रिस्टोफर ने अपनी किताब दी ग्रेट म्यूटिनी इंडिया मैं भी लक्ष्मीबाई के लिए लिखा " लक्ष्मीबाई के प्रति तो ब्रिटिश सरकार के अफसर भी आकर्षित रहें और हमेशा उनके लिए गलत विचार अपने मन में रखें"
नूरजहां
नूरजहां का नाम आज भी बड़े सम्मान के साथ में उनकी खूबसूरती को लेकर लिया जाता है ऐसा माना जाता है उनकी जैसी खूबसूरती शायद ही आज तक किसी की नहीं हुई है। नूरजहां का जन्म 1597 में पाकिस्तान के कंधार जिले में हुआ था। नूरजहां का असली नाम मेहरून्निसा था। नूरजहां का निकाह बंगाल के जागीरदार अली कुली के साथ कर दिया गया। सन 1607 में जहांगीर के सैनिक व अली कुली युद्ध में मारे गए। यहां तक कि अली कुली भी इस युद्ध में मारा गया था।
उस समय जहांगीर नूरजहां को बंदी बनाकर दिल्ली ले जाया गया। यहां से इनकी खूबसूरती के चर्चे चारों तरफ फैलने लगे। जब मेहरून्निसा यानी नूरजहां को देखकर उसकी खूबसूरती पर अपना दिल हार बैठा। नूरजहां को जहांगीर ने पहली बार देखा तो वह दीवाना हो गया। उसके प्यार में पागल जहांगीर ने उसके बाद मेहरून्निसा यानी नूर जहां से जागीर में विवाह कर लिया।
रानी पद्मावती
चित्तौड़ की राजा रावण की पत्नी रानी पद्मावती बहुत ही खूबसूरत रानी थी। रानी पद्मावती की खूबसूरती के चर्चे चारों तरफ फैले हुए थे क्योंकि यह बहुत ही खूबसूरत राजपूताना महिला थी। रानी पद्मावती की खूबसूरती का दीवाना अलाउद्दीन खिलजी जिसने पद्मावती की खूबसूरती की वजह से ही चित्तौड़ के किले पर हमला कर दिया था।
इसी युद्ध के दौरान राजा रतन सिंह के साथ में उनके हजारों सैनिक भी मारे गए। लेकिन रानी पद्मावती अलाउद्दीन खिलजी के पास नहीं गई और उन्होंने अपनी सभी रानियों के साथ में जौहर रचा लिया। अलाउद्दीन खिलजी रानी पद्मावती को कभी नहीं पा सका।