Dnyan

Toll Tax Rules 2023: टोल नाके पर नही देना होगा पूरा टोल टैक्स, जानिए कैसे 

 | 
Toll Tax Rules 2023: टोल नाके पर नही देना होगा पूरा टोल टैक्स, जानिए कैसे 

दुनिया में भारत सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बनने जा रहा है, ऐसे में देश के Toll Tax Rules 2023 को अपडेट करने की बहुत जरुरत है। पुराने Toll tax के मुताबिक वाहन को एक टोल प्लाजा से दूसरे टोल प्लाजा तक का टैक्स देना रहता था। लेकिन सरकार जल्द ही नई टोल टैक्स नीति लाने वाले है। जिससे देश के वाहन चालकों को बहुत ही फ़ायदा होगा। क्या है पुरी जानकारी इसके बारे में जानते है। 

Toll Tax Rules 2023 क्या है?  

इस नए Toll tax नीति से भारत के सभी वाहन चालकों को लाभ मिलेगा। अभी तक जो टोल टैक्स की नीति चली आ रही है। उसमे वाहन चालकों को बहुत दिक्कत हो रहि है। क्युकी कोई ऐसे वाहन होते है। जिन्हें दो टोल प्लाजा के बीच में किसी जगह जाना है, लेकिन उससे एक टोल प्लाजा से दूसरे टोल प्लाजा का टैक्स वसूला जाता था।  

WhatsApp Group (Join Now) Join Now

लेकिन अभी जो नई टोल टैक्स नीति आने वाली है। इसमें ऐसा नहीं होगा। इसमें आपका टोल उतने तक ही काउंट होगा जितना आप टोल टैक्स वाले रूट पर जा रहें हो। अगर आप किसी फ्री टैक्स वाले रूट पर जा रहें हो तो उसका टैक्स ऑटोमैटिक कट हो जाएगा। और आपको टोल प्लाजा पर उसका टैक्स देना होगा जो आप टोल वाले रूट पर घूमे हो। इस नीति से वाहन चालक का बहुत सारा टैक्स माफ हो जाएगा।  

Telegram Group (Join Now) Join Now

Toll Tax Rules Pilot Project 

इस तरह की टोल नीति में सभी वाहनों में सैटेलाइट नेविगेशन सिस्टम लगाया जाएगा। जिससे वाहन कहा कहा घुमा है उसकी सारी जानकारी टोल प्लाजा के सिस्टम के पास होगी। उसमें भी वाहन चालक को उसी रूट का टैक्स देना होगा। जिसमे उसका वाहन टोल टैक्स वाले रूट पर घुमा हो। इस तरह की तकनीक से भारत के नागरिकों को बहुत लाभ मिलेगा।  

इस तरह का Pilot Project देश के 1.37 वाहनों ने। सैटेलाइट नेविगेशन सिस्टम को इंस्टॉल किया गया है। और अभी इस सिस्टम का परीक्षण भारत में चल रहा है। अगर यह परीक्षण सफल हुआ तो। इस सिस्टम को सभी टोल प्लाजा और वाहनों में इंस्टॉल कर दीया जाएगा। उसके बाद आपको बाकी का ज्यादा टैक्स देने की जरुरत नही होगी।  

इस तरह की सैटेलाइट नेविगेशन सिस्टम से जर्मनी, रूस और बाकी यूरोपियन देशों में टैक्स वसूला जा रहा है। और यह मॉडल वहा सफल भी हुआ है। इसलिए भारत सरकार भी इस Toll tax नीति पर काम कर रही है।