Ujjain Mahakal: अगर आप भी गर्भग्रह में महाकाल के दर्शन करना चाहते हैं, तो आपको भी अपनाने पड़ेंगे ये नियम

महाकाल के मंदिर में गर्भग्रह के दर्शन से बेहद ही पुरानी परंपराएं जुड़ी हुई है, और आस्थाएं जुड़ी हुई हैंl उज्जैन महाकाल मंदिर में गर्भग्रह के दर्शन एक सप्ताह बाद शुरू हो जाएंगे। सभी श्रद्धालु जो भी बाबा महाकाल के दर्शन करना चाहता है. उसके लिए यह एक अत्यंत लाभदायक तथा महत्वपूर्ण खबर साबित होगी।
उज्जैन वासियो के लिए खास अवसर
उज्जैन वीडियो को मिलेगा एक खास अवसर अब उज्जैनवासी फ्री में भस्म आरती पर शामिल हो सकते हैं। जिस प्रकार अभी तक उज्जैन वासी अपना आधार कार्ड दिखाकर उज्जैन के मंदिरों में दर्शन कर सकते हैं उसी प्रकार अब एक नया फैसला भी उज्जैनवासियो के हित में लिया जा रहा है। यह फैसला उज्जैनवासियो के लिए एक खुशखबरी साबित हुआ है। मंदिर के प्रशासन ने यह निर्णय लिया है. प्रति मंगलवार को उज्जैन निवासियों को मंदिर की भस्म आरती में शामिल करने दिया जाएगा तथा इसके कोई भी पैसे नहीं लगेंगे।
गर्भग्रह एक पवित्र स्थल
उज्जैन के महाकाल मंदिर में गर्भगृह प्रवेश को एक बेहद पवित्र स्थल माना गया है इसकी पवित्रता को देखते हुए श्रद्धालुओं के लिए कई नियम भी लागू किए गए हैं। जिसमें भारतीय परंपरा को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि पुरुष गर्भग्रह में प्रवेश करने हेतु धोती कुर्ता और सोला धारण करें. तथा महिलाएं गर्भगृह में प्रवेश करने हेतु साड़ी धारण करें तथा 10 वर्ष से अधिक उम्र की बालिकाएं भी सूट सलवार पहनकर ही गर्भग्रह स्थल में शामिल हो। गर्भग्रह की पवित्रता को देखते हुए सभी श्रद्धालु इस बात का बेहद खास तौर पर ध्यान रखेंगे की पवित्रता को कोई भी खंडित ना करें।
सभी हिंदू भाई, बहन,माताएं सभी लोग मंदिर की पवित्रता को ध्यान में रखकर ही अपना भेष धारण करें। और सम्मान पूर्वक गर्भग्रह में प्रवेश करें और महाकाल का नाम लेकर अपनी सभी मनोकामनाओं को पूरा करने हेतु प्रार्थना करें। गर्भग्रह में प्रवेश एक सप्ताह बाद शुरू कर दिया जाएगा.श्रद्धालु अपने उत्सुकता को बढ़ाएं. महाकाल का नाम लेते हुए महाकाल के दर्शन करने जाएं।